उद्देश्य और कार्य
राज्य सरकार की प्रतिबद्धताओं के अनुसार अल्पसंख्यक समुदाय का कल्याण एवं उनके जीवन स्तर में गुणात्मक सुधार सर्वोच्च प्राथमिकता पर है। विभिन्न विकास योजनाओं के माध्यम से इन समुदायों के आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षिक उत्थान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, जिनमें शिक्षा, गरीबी रेखा से ऊपर उठाने, कौशल विकास तथा स्व-रोजगार हेतु सहायता शामिल है। अल्पसंख्यक विभाग का प्रमुख उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदाय को शैक्षिक सुविधाएं उपलब्ध कराना, उनके शैक्षिक स्तर में गुणात्मक सुधार लाना तथा समाज में व्याप्त सामाजिक और आर्थिक असमानताओं को समाप्त कर अन्य वर्गों के समकक्ष लाना है।
विभाग के उद्देश्य:
- मदरसों/मकतबों का आधुनिकीकरण कर आधुनिक विषयों जैसे गणित, विज्ञान, अंग्रेजी तथा हिंदी के साथ पारंपरिक शिक्षा भी प्रदान की जाएगी। इससे मदरसों से शिक्षित अल्पसंख्यक छात्र बहुआयामी ज्ञान से सम्पन्न होकर हर क्षेत्र में सक्रिय भागीदारी कर सकेंगे और राष्ट्र के विकास में योगदान दे सकेंगे।
- मदरसे में अध्ययनरत बच्चों को व्यावसायिक एवं कंप्यूटर शिक्षा प्रदान करने पर जोर दिया जाएगा ताकि वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें तथा उनकी कौशल और कंप्यूटर शिक्षा का विकास हो सके। इससे पारंपरिक संस्थानों से शिक्षा प्राप्त कर रहे अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चे राष्ट्रीय मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे।
- उत्तराखंड अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विकास निगम लिमिटेड द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कौशल विकास और स्व-रोजगार के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें सब्सिडी युक्त ऋण, टर्म लोन, उच्च शिक्षा और व्यावसायिक शिक्षा हेतु ब्याज मुक्त ऋण शामिल हैं। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना भी चलाई जा रही है, जिससे वे आत्मनिर्भर और दक्ष बन सकें। विभाग यह सुनिश्चित करने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है कि कल्याणकारी सरकारी योजनाओं का लाभ समुदाय के जरूरतमंदों एवं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे और कोई भी इन योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे। विभाग यह भी सुनिश्चित करता है कि इन योजनाओं की योजना निर्माण एवं क्रियान्वयन के दौरान लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की जाए।